बदरीनाथ धाम। विश्वप्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार सुबह ठीक 6 बजे विधिविधान के साथ खोल दिए गए। कपाटोद्घाटन बैशाख मास शुक्ल पक्ष सप्तमी, पुष्य नक्षत्र में हुआ। इस दौरान ‘जय बदरीविशाल’ के जयकारों और सेना की गढ़वाल स्काउट रेजीमेंट के बैंड की भक्तिमय धुनों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
फूलों से सजा मंदिर, आकाश से हुई पुष्पवर्षा
कपाट खुलने के मौके पर बदरीनाथ मंदिर को 40 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया। इस शुभ अवसर पर हेलीकॉप्टर से मंदिर परिसर और श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गई। सीमांत गांव माणा और बामणी की महिलाओं ने पारंपरिक नृत्य-संगीत की प्रस्तुति दी। वहीं जोशीमठ के वेदवेदांग संस्कृत विद्यालय के छात्रों ने स्वस्तिवाचन कर वातावरण को पवित्रता से भर दिया।
मुख्यमंत्री ने दिए शुभकामना संदेश, यात्रा में आमंत्रण
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दीं और देश-विदेश के श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा पर आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने बताया कि यात्रा व्यवस्थाओं को प्राथमिकता के आधार पर मजबूत किया गया है और यात्रियों के लिए हरसंभव सुविधा सुनिश्चित की गई है।
चारधाम यात्रा ने पकड़ी रफ्तार
बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले 30 अप्रैल को यमुनोत्री और गंगोत्री, जबकि 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट भी खोले जा चुके हैं। इस तरह चारधाम यात्रा 2025 अब पूरी तरह प्रारंभ हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि इस बार की यात्रा नए कीर्तिमान स्थापित करेगी और प्रदेश की आर्थिक, सामाजिक और आध्यात्मिक समृद्धि में योगदान देगी.